सारा दिन में खून में लथपथ रहता हूं
सारे दिन में सुख सुख के काला पड़ जाता है खून
पपडी सी जम जाती है
खुरच खुरच एक नाखूनों से
चमड़ी छिलने लगती है
नाक में खून की कच्ची बू
और कपडों पर कुछ काले काले चकते से रह जाते हैं
रोज़ सुबह अख़बार मेरे घर
खून में लथपथ आता है !
-------गुलज़ार .